कराटे क्या है? कराटे के बारे में हिंदी में जाने।
शोतोकान कराटे
कराटे में हम बिना हथियार के अपनी आत्मरक्षा कर सकते हैं और शरीर के सभी हिस्सों को हथियार के रूपमें प्रयोग कर सकते हैं
कराटे अभ्यास, कराटे तीन भागों में बटा है
- किहन (स्टान्स,ब्लॉक ,पंच,किक मारना)
- काता (युद्ध मैं आने वाली परिस्थितियों का पूर्व अभ्यास)
- कुमिते (फाइटिंग)
स्टान्स
बेसिक तकनीक (किहन)
1. बैक स्टान्स – कोतुत्सु दाची
2. कैट स्टान्स – नेको अशी दाची
3. क्लोज्ड लेग स्टान्स – हैसोकू दाची
4. क्रेन लेग स्टान्स – तसुरु अशी दाची
5. क्रॉस्ड लेग स्टान्स – कोसा दाची
6. फॉउण्डेशनल स्टान्स – मोटो दाची
7. फोरवोर्ड स्टान्स – ज़ेन्कुत्सु दाची
8. हाफ मून स्टान्स – हँगेतसु दाची
9. हेरॉन लेग स्टान्स – सगी अशी दाची
10. हॉर्स स्टान्स – किबा दाची
11. ऑवर ग्लास स्टान्स – साँचिन दाची
12. इममोवबल स्टान्स – फुदो दाची
13. ऐल स्टान्स – रेनोजी दाची
14. नेचुरल स्टान्स – शिनजेंटाई दाची
15 ओपन लेग स्टान्स – हाचीजी दाची
16. पैरेलल स्टान्स – हाइको दाची
17. रेडी स्टान्स – हाचिनोजी दाची
18. स्क्वायर स्टान्स – शिको दाची
19. स्टैंडिंग स्टान्स – ताची दाची
20. टी स्टान्स – तेजी दाची
21. वी स्टान्स – मुसुबि दाची
कराटे के बारे में हिंदी में जाने,
ब्लॉक
1. अगे ऊके – राइजिंग ब्लॉक
2. गेदान बराई – डॉउनवर्ड ब्लॉक
3. जुजी ऊके – क्स ब्लॉक
4. शुतो ऊके – नाइफ हैंड ब्लॉक
5. सोतो ऊदे ऊके – आउटसाइड ब्लॉक
6. उची ऊदे ऊके – इनसाइड ब्लॉक
पंच
1. अगे ज़ुकी – राइजिंग पंच
2. चोकु ज़ुकी – स्ट्रैट पंच
3. गयाकू ज़ुकी – रिवर्स पंच
4. हाइशु उची – बैक हैंड स्ट्राइक
5. हाइतो उची – रिज हैंड स्ट्राइक
6. कागे ज़ुकी – हुक पंच
7. किज़ामी ज़ुकी – जैब पंच
8. मवाशी ज़ुकी – राउंडहॉउस पंच
9. शुतो उची – नाइफ हैंड स्ट्राइक
10. ऊरा ज़ुकी – इनवर्टेड पंच
11. यामा ज़ुकी – डबल पंच
किक
1. मवाशी गेरी – राउंडहाउस किक
2. हिज़ा गेरी- नि स्ट्राइक
3. माए गेरी – फ्रंट किक
4. माए गेरी कियागी – फ्रंट स्नेप किक
5. माए गेरी केकोमी – फ्रंट थ्रस्ट किक
6. माए तोबी गेरी – जम्पिंग फ्रंट किक
7. मिकाज़ुकी गेरी – क्रिसेंट किक
8. तोबी गेरी – जम्पिंग किक
9. . उशिरो गेरी – बैक स्नेप किक
10. योको गेरी – साइड किक
काता, शोटोकन कराते मैं 26 काता होते हैं।
1. हेयान शोदान
2. हेयान निदान
3. हेयान सानदान
4. हेयान योदान
5. हेयान गोदान
6. टेक्कि शोदान
7. टेक्कि निदान
8. टेक्कि निदान
9. बसाई दाई
10. बसाई शो
11. कांकु दाई
12. कांकु शो
13. एमपी
14. जिओन
15. गंकाकु
16. हँगेतसु
17. जित्ते
18. चींते
19. सोचिन
20. मयिकयो
21. जिन
22. गजशिहो दाई
23. गोजूशीहो शो
24. निजुशीहो
25. वांकान
26. उनशु
कुमिते
1. गोहान कुमिते – फाइव स्टेप सपारिंग
2. संबान कुमिते – थ्री सपरिंग
3. किहन इपोन कुमिते – चुदान -मिडल लेवल
4. किहन इपोन कुमते – जोदान – अपर लेवल
5. जियु इपोन कुमिते – चुदान – डिफेंस
6. जियु इपोन कुमिते – गयाकू-ज़ुकी
7. जियु इपोन कुमिते – जोदान
8. जियु इपोन कुमिते माए गेरी
9. जियु इपोन कुमिते – मवाशी गेरी
10. जियु इपोन कुमिते – उशिरो गेरी
11. जियु इपोन कुमिते – योको गेरी
12. जियु इपोन कुमिते – कीज़ामी जिकी
कराटे के बारे में हिंदी में जाने
कराटे
कराटे के हर भाग के शुरुआती दौर में बेसिक तकनीक को तब तक सिखाया जाता है जब तक की वह सिखने वाले के लिए आसान न हो जाये जैसे जैसे छात्र अच्छे से सिखने लगता है वह शारीरिक रूप से और मजबूत होता जाता है जिससे आगे आने वाले कठिन कता और कुमिते करने में सक्षम हो जाता है जैसे जैसे छात्र ब्लैक बेल्ट के स्तर तक पहुँचता है मजबूत अभ्यास के चलते वह तकनीक सहनशक्ति और गति में सक्षम हो जाता है और इस स्तर पर पहुँच कर ही गंभीर छात्र को पता चल जाता है कि मेरा अभ्यास तो अभी शुरू ही हुआ है। कराटे अभ्यास का असली उद्देश्य अपने आप को पूर्ण करना है।
ज्यादा तर लोग कराटे को एक युद्ध कला के रूप में जानते हैं लेकिन यह एक बचाव की कला भी है यह एक ऐसी कला है जिससे की न केवल हम अपना बचाव कर सकते हैं बल्कि दूसरों का भी बचाव बिना हथियार के कर सकते हैं क्योंकि कराटे का पूरा मतलब ही खाली हाथ से अपनी आत्मरक्षा करना।
कराटे एक ऐसी कला है जिसका मतलब खाली हाथ अपना बचाव करना है कराटे को तीन भागो में बांटा गया है. शुरूआती दौर में सिखने वाले व्यक्ति को पहले तो मस्तिष्क और शारीरिक दोनों तरह के व्यायाम करवाए जाते हैं. जिससे शरीर और मस्तिष्क दोनों में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है और दोनों मजबूत होते हैं. इसको करने से न केवल शरीर मजबूत होता है बल्कि कराटे करने वाले व्यक्ति का व्यक्तित्व और निखर जाता है, वह आत्मविशवासी होता है, वह कैसे भी हालात हो उनसे डरता नहीं है उनका डट कर मुकाबला करता है उसका मस्तिष्क इतना तेज हो जाता है कि वह कम समय में उचित फैंसले ले पाता है. वह अपने साथ साथ दूसरों की भी रक्षा कर सकता है
बच्चों के लिए कराटे
छोटे बच्चों को भी कराटे सिखने से कई लाभ मिलते हैं उन्हें व्यायाम की आदत पड़ जाती है. उनकी ऊर्जा सही दिशा में उपयोग होती है उनमें स्टेमिना बढ़ता है, मस्तिष्क तेज होता है भूख लगती है और शारीरिक विकास भी समय समय पर पूर्ण रूप से होता रहता है
कराटे करने के लिए कोई उम्र तय नहीं है 4 साल के बच्चे से लेकर किसी भी उम्र का व्यक्ति कर सकता है। आज कल के बदलते खान पान के कारण शरीर में कई प्रकार की बीमारियां लग जाती है और मोटापा बढ़ जाता है लेकिन कराटे करने से आप शरीर की कई बिमारियों से दूर रह सकते हैं और मोटेपे का खतरा भी नहीं रहता।
लड़कियों के लिए कराटे
लड़कियों के लिए कराटे बहुत ही जरुरी है क्योंकि की आज कल लड़कियां अपने आप को बाहर ही नहीं बल्कि घर में भी सुरक्षित महसूस नहीं करती इसलिए उन्हें अपने आत्मसम्मान को बचाने के लिए बचाव की ये कला सीखना और भी जरुरी हो गया है
लड़कों के लिए कराटे
लड़कों को भी कई कारणों से घर से बाहर दूसरे शहरों में रहना पड़ता है और कई परिस्थितियों का सामना अकेले ही करना पड़ता है कई बार वह अपना आत्मविशवास खो देतें हैं लेकिन कराटे से उनको भी बहुत फायदा मिलता है मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूती मिलती है, अत्मविस्वाश मिलता है और वह हर प्रकार की परिस्थितियों का सामना करने में अनुकूल होते हैं.वह अपनी और अपने परिवार की रक्षा करने में, निर्णय लेने में और ज़िंदगी से जुड़े और भी कई फैसले लेने में सक्षम होते है